तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो , तुम्ही बन्धु सखा तुम्ही हो ।
जो खिल सके ना वो फूल हम है, तुम्हारे चरणों की धूल हम है ॥
दया की नजरों सदा ही रखना, तुम्ही हो बन्धु सखा तुम्ही हो ।
तुम्ही हो साथी तुम्ही सहारे, कोई ना अपना सिवा तुम्हारे ।।
तुम्ही हो नैया तुम्ही खवैया, तुम्ही हो बन्धु सखा तुम्ही हो ।
ये तन जो मेरा पानी का बुलबला, जिसे तुम्ही बनाते हो हरि ।।
तुम्ही मिटाते हो, तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो बन्धु सखा तुम्ही हो।।
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