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Monday, December 15, 2014

Painting of Lord Shiva


आई है कैलाश पर्वत की ओर से ढोलक शंखनाद की
आवाज आई है । जै अघोर नाथ । जै शमशान नाथ
हर हर महादेव जी की जै घोष किसने लगाई हैं । देखो
देखो भूत भावन ओढदानी महाकाल बाबा की बारात
आई है । नन्दी जी के ललाट पर सूर्य चांद सितारों ने
हाजिरी लगाई है । मेरे बाबा महाकाल की बारात आई
है । बिना मुण्ड वाले कंकालो ,भूत प्रेतो ने कया धमाल
चौकड मचाई है । आगे आगे नाचे भैरव नाथ जी शिव 
पयारा बम बम बम पी मदिरा का का भर भर पयाला ।
देवियो संग सजी काले विकराल रूप में लाल नेत्रों वाली
मां काल रात्रि भी नाचती आई । देखो मुनिवरो देखो सन्तो
महाकाल बाबा की बारात आई है । तीनों लोक में आज
खुशी की लहर है छाई । शमशान वासी मंलग नाथ जी की
बारात आई है । देवताओं ने आज लाख लाख खुशियां
मनाई है । डमरू नाथ जी की, नाथो के नाथ जी की बारात
आई है । जै शिव जै महाकाल जै काशी विश्वनाथ जी की
बारात आई है ॥ बोलिये शिव नाम महा कलयाण जी की जै॥

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